दालचीनी, इसे मसाला कहें या औषधि या फिर और क्या? हम इसे जो भी कहें, पर यह मसाला, हमारे स्वास्थ्य के लिए कुदरत का दिया हुआ एक चमत्कार है । दो चुटकी दालचीनी के, हमारे IMMUNE SYSTEM के लिए वरदान से काम नहीं। यह हम सबों की रसोई में मौजूद है जिसे हम खानों का ज़ायका बढ़ाने के काम में लाते हैं। परन्तु, इसे बिलकुल भी नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता है क्योंकि बहुत बड़ा रोगाणु रोधी प्रभाव होता है । इसके प्रभाव से जीवाणु जीवित नहीं रह सकते क्योंकि दालचीनी जीवाणुओं की कोशिका झिल्ली को बुरी तरह से क्षतिग्रस्त कर देते हैं। यह फफूंदियों को नुकसान पहुँचाने के साथ साथ वायरस से भी लड़ने में सक्षम है।

दालचीनी हमारे साइनस और गले में बलगम को भी साफ़ करने में सहायक है। यह सिर्फ आम सर्दी से नहीं लड़ता है बल्कि हमारे फेफड़ों के साथ-साथ स्वसन तंत्र का भी बखूबी ख़याल रख सकता है।
इसका सीधा मतलब है कि दालचीनी हमारे शरीर के भीतर की सभी कोशिकाओं, उत्तकों, ग्रंथियों और अंगों को लम्बे समय तक स्वस्थ रखने में सक्षम है।
हमारे शरीर को ऑक्सीडेटिव क्षति से बचाए
दालचीनी में बहुत अधिक एंटीऑक्सीडेंट है जो हमारे शरीर को मुक्त कणों से होने वाले ऑक्सीडेटिव क्षति से बचाये रखने में मदद करती है। दालचीनी बहुत ही शक्तिशाली Anti-Inflammatory गुणों से भरपुर होता है जो क्षतिग्रस्त Tissue की मरम्मत करने के साथ-साथ हमारे शरीर को संक्रमण से लड़ने में सहायक होता है।

दालचीनी हमारे इम्यून सिस्टम को बूस्ट करती है
दालचीनी में Cinnamaldehyde पाया जाता है जो हमारे शरीर का स्वास्थय और Metabolism और शारीरिक सहनशक्ति को बढ़ाता है। अगर हम कहें कि दालचीनी एक बहुत ही अच्छा सौदा है तो ये बिलकुल ही गलत नहीं होगा। दालचीनी किसी भी कारणों से उत्पन्न साँसों की दुर्गन्ध और जीवाणुओं के लिए अत्यंत ही हानिकारक माना जाता है।

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उपयोग के विभिन्न तरीक़े
अब इसको लेने के तरीकों की बात करते हैं जो कई प्रकार के हो सकते हैं। मेरा सबसे पसंदीदा तरीक़ा ये है कि एक या फिर दो चुटकी दालचीनी के पाउडर मुँह में डाल कर अपनी जीभ के मदद से दांतों के चारों तरफ घुमाना। ऐसा करने से, स्वाभाविक रूप से मुँह में लार का श्राव होगा। जो ना सिर्फ मुँह में छिपे कीटाणुओं को मार देगा बल्कि आपको मीठी और ताज़ी साँसों का एहसास भी कराएगा। अपने टूथपेस्ट पर भी दालचीनी डाल कर ब्रश कर सकते हैं या फिर इसे पानी में घोल कर इससे कुल्ला भी कर सकते हैं।
उपयोग के पसंदीदा तरीके अपनाएं
जो भी तरीका उचित लगे उसे अपनाया जा सकता है, लेकिन हमें ये सुनिश्चित करना होगा कि हम दालचीनी का उपयोग रोज़ाना किसी न किसी तरीक़े से कर रहे हैं। ये हमारे स्वास्थय के लिए किसी चमत्कार से कम नहीं।